![मनोरंजन प्रसाद सिन्हा](/_next/image?url=%2F_next%2Fstatic%2Fmedia%2Fuser-dummy.3008bc83.png&w=384&q=75)
मनोरंजन प्रसाद सिन्हा
मनोरंजन प्रसाद सिन्हा, भोजपुरी कवि, साहित्यकार आ प्राध्यापक आ राजेन्द्र कॉलेज, चपरा के प्राचार्य रहलें। 1921 में असहयोग आन्दोलन के दौरान लिखल भोजपुरी कविता फिरंगिया खातिर इनका परसिद्ध बा। मोतिहारी में 18वां बिहार हिन्दी सम्मेलन के अध्यक्ष भी चुनल गइलें।
![मनोरंजन प्रसाद सिन्हा की डायरी](/_next/image?url=%2F_next%2Fstatic%2Fmedia%2Fbook.0614cbf5.png&w=384&q=75)
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![फिरंगिया](/_next/image?url=%2F_next%2Fstatic%2Fmedia%2Fbook.0614cbf5.png&w=384&q=75)
फिरंगिया
एह कविता में बाहरी ताकतन के शोषण आ दुख के विलाप करत भारत के दुर्दशा के अभिव्यक्ति कइल गइल बा. एह में गरीबी, संसाधन के दोहन, गरिमा के नुकसान, आ जीवन के बिबिध पहलु सभ पर बिदेसी परभाव के परभाव नियर मुद्दा सभ के संबोधित कइल गइल बा। एहमें आर्थिक आ नैतिक द
![फिरंगिया](/_next/image?url=%2F_next%2Fstatic%2Fmedia%2Fbook.0614cbf5.png&w=256&q=75)
फिरंगिया
एह कविता में बाहरी ताकतन के शोषण आ दुख के विलाप करत भारत के दुर्दशा के अभिव्यक्ति कइल गइल बा. एह में गरीबी, संसाधन के दोहन, गरिमा के नुकसान, आ जीवन के बिबिध पहलु सभ पर बिदेसी परभाव के परभाव नियर मुद्दा सभ के संबोधित कइल गइल बा। एहमें आर्थिक आ नैतिक द