चौधरी कन्हैया प्रसाद सिंह के किताब "आरोही: व्याक्तित्व आ कृतत्व" एह विख्यात हस्ती के बहुआयामी व्यक्तित्व आ रचनात्मक अभिव्यक्ति के मनमोहक खोज बा। विश्वसी के अंतर्दृष्टि वाला कथ्य सिंह के जीवन आ रचना के गहराई में उतरत बा, जवना से पाठकन के लेखक के यात्रा के व्यापक समझ मिलत बा. एह किताब में जीवनी आ साहित्यिक विश्लेषण के सराहनीय मिश्रण बा, जवना में सिंह के साहित्य आ समाज में प्रभावशाली योगदान पर प्रकाश डालल गइल बा। विश्वसी के लेखन आकर्षक आ जानकारी भरल दुनु बा जवना चलते व्यक्तिगत पहचान आ रचनात्मक उपलब्धियन के चौराहा में रुचि राखे वाला लोग खातिर ई लेखन के पढ़ल जरूरी बा. कुल मिलाके "आरोही" चौधरी कन्हैया प्रसाद सिंह के विरासत के एगो उपयुक्त श्रद्धांजलि के रूप में खड़ा बा, जवना के जय प्रकाश विश्वसी के कुशलता से लिखल बा।