दीपावली के नाँव से भी जानल जाए वाली दीपावली भारत में आ दुनिया भर में भारतीय प्रवासी लोग के बीच सभसे ढेर मनावल जाए वाला परब सभ में से एक हवे। अन्हार पर रोशनी आ बुराई पर भलाई के जीत के प्रतीक दिवाली एगो
प्रकाश आ भक्ति के तमाशा में उत्तर प्रदेश के पवित्र शहर अयोध्या में रिकार्ड तूड़त आ इतिहास रचत भव्यता से दिवाली मनावे वाला बा. एह साल के उत्सव में एकता, परंपरा, आ नवाचार के असाधारण प्रदर्शन होला काहे क
रोशनी के परब दिवाली भारत (भारत) में सबसे मनावल जाए वाला आ बेसब्री से प्रतीक्षित त्योहारन में से एगो ह। ई एगो जीवंत आ आनन्दमय अवसर ह जवन अन्हार पर प्रकाश, बुराई पर अच्छाई आ अज्ञानता पर ज्ञान के जीत के
धनतेरस, जेकरा के धनत्रयोदशी भी कहल जाला, दिवाली के पांच दिन के त्योहार, रोशनी के त्योहार के शुरुआत ह, जवन पूरा भारत में बहुत उत्साह अवुरी उमंग से मनावल जाला। ई शुभ दिन हिन्दू महीना कार्तिक के अन्हार प
जइसे-जइसे रोशनी के त्योहार दिवाली के नजदीक आवत जाता, बिहार के हवा में उमंग अवुरी प्रतीक्षा के भरमार होखता। दिया के चकाचौंध करे वाला सरणी, रंगोली से रंग के फटकार, आ उत्सव के मिठाई के अप्रतिरोध्य सुगंध