बिहार के राजधानी शहर पटना अपना समृद्ध सांस्कृतिक विरासत अवुरी जीवंत परंपरा खाती मशहूर बा। एह इलाका के सभसे महत्व वाला आ व्यापक रूप से मनावल जाए वाला परब सभ में से एगो छठ पूजा बाटे, ई हिन्दू सभ के परब हवे जे सूर्य देवता के पूजा खातिर समर्पित बाटे। पटना के गंडक नदी के किनारे घाट एह शुभ अवसर पर जीवंत हो जाला, काहे कि श्रद्धालु लोग आपन नमाज अर्पित करे आ संस्कार करे खातिर जुटेला। आज आईं पटना के छठ घाट आ एह से जुड़ल हर आदमी के निर्बाध आ आध्यात्मिक रूप से उत्थानकारी अनुभव सुनिश्चित करे खातिर जवन विस्तृत व्यवस्था बा ओकरा के खोजल जाव.

छठ पूजा के महत्व :
बिहार में छठ पूजा के अपार सांस्कृतिक आ धार्मिक महत्व बा, आ एकरा के बहुते जोश आ श्रद्धा से मनावल जाला. आमतौर पर ई परब चार दिन के होला आ एह दौरान भक्त लोग पृथ्वी पर जीवन के टिकावे खातिर सूर्य भगवान के आभार व्यक्त करे ला। संस्कार में उपवास, पवित्र स्नान, आ पानी में लंबा समय तक खड़ा होके उगत आ डूबत सूरज के प्रार्थना कइल शामिल बा।
पटना के छठ घाट :
पटना में गंडक नदी के किनारे घाट के भीड़ बा, आ छठ पूजा के दौरान ई घाट धार्मिक जोश के जीवंत केंद्र में बदल जालें। अदालत घाट, कलेक्टर घाट, आ काली घाट जइसन उल्लेखनीय घाट पर आपन छठ संस्कार करे आवे वाला भक्तन के भारी भीड़ देखे के मिलेला.
भक्तन खातिर व्यवस्था :
सुरक्षा के उपाय:
भक्तन के सुरक्षा सुनिश्चित कइल सर्वोच्च प्राथमिकता बा. घाट के किनारे सुरक्षाकर्मी के भीड़ के प्रबंधन, कवनो अप्रिय घटना के रोके, अवुरी संस्कार खाती शांतिपूर्ण माहौल सुनिश्चित करे खाती तैनात कईल जाला।
स्वच्छता आ सफाई के काम :
घाट के पवित्रता के कायम राखे खातिर साफ-सफाई प विशेष ध्यान दिहल जाला। कचरा निपटान के पर्याप्त व्यवस्था कइल जाला आ सफाई के दल चौबीसों घंटा काम करेला ताकि आसपास के जगह प्राचीन रहे।
चिकित्सा सुविधा के बारे में बतावल गइल बा:
छठ संस्कार में आवे वाली शारीरिक चुनौती के पहचान करत घाट के किनारे मेडिकल एड स्टेशन लगावल जाला। जरूरत पड़ला पर तुरते सहायता देबे खातिर प्रशिक्षित मेडिकल प्रोफेशनल आ एम्बुलेंस तइयार बा.
रोशनी आ सजावट के काम:
घाट पर रंग-बिरंग के रोशनी आ सजावट से सजावल गइल बा जवना से दृष्टिगत माहौल बन गइल बा. इ रोशनी ना सिर्फ उत्सव के भावना में बढ़ोतरी करेला बालुक सबेरे अवुरी देर शाम के संस्कार के दौरान भक्त लोग खाती बढ़िया रोशनी वाला माहौल सुनिश्चित करेला।
परिवहन आ यातायात प्रबंधन के बारे में बतावल गइल बा:
छठ पूजा के समय श्रद्धालु के उछाल के देखत परिवहन आ यातायात प्रबंधन के बहुत सावधानी से योजना बनावल जाला। अक्सर अतिरिक्त सार्वजनिक परिवहन सेवा के इंतजाम कइल जाला आ यातायात के रास्ता में संशोधन कइल जाला ताकि लोग के घाट पर आवे-जाए में आसानी होखे।
सार्वजनिक पता प्रणाली के बारे में बतावल गइल बा:
संचार के सुविधा आ महत्वपूर्ण जानकारी के प्रसार खातिर घाट के किनारे जनसंबोधन प्रणाली बनावल जाला। भक्तन के आयोजन के कार्यक्रम, सुरक्षा दिशानिर्देश, आ अउरी प्रासंगिक घोषणा के बारे में अपडेट मिलेला।
अंतिम बात:
पटना के छठ घाट आज शहर के सांस्कृतिक समृद्धि अवुरी एकरा निवासी के अटूट भक्ति के गवाह के रूप में खड़ा बा। छठ पूजा के दौरान घाट पर भीड़ लगावे वाला हजारन लोग खातिर एगो सुचारू आ आध्यात्मिक रूप से समृद्ध करे वाला अनुभव सुनिश्चित करे खातिर अधिकारियन के सावधानीपूर्वक व्यवस्था के दर्शावत बा. गंडक के ऊपर सूरज के उदय आ डूबत घरी पटना के छठ घाट पर एगो दिव्य तमाशा देखे के मिलेला जवन एह युग-पुरान परंपरा के सार के प्रतिरूप बा।