राम मंदिर अभिषेक समारोह के नेवता के नामंजूर कइले पर भाजपा के आलोचना के बिच्चे कॉग्रेस काल्हि जवाबी हमला करत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पुछले हौ कि मंदिर के निरमाण के समय एकर लोकारपण कइले क कवन जल्दी बाटे। कॉग्रेस नेता अलका लांबा चारो शंकराचार्यन के अभिषेक समारोह में सामिल भइले से कथित तौर पर मना कइले क हवाला देत कहलिनि कि भाजपा निरमाणाधीन मंदिर क उदघाटन कइ रहल हवे अउर येह कार्यक्रम क राजनीतिकरण कइ रहल हवे काहें से कि चुनाव नजदीक बाटे। उनसे (भाजपा) पूछीं कि शंकराचार्य (प्राण प्रतिष्ठा समारोह में सामिल होखे खातिर) काहे नाही जा रहल हवें। उहां के कहलीं कि राम मंदिर क निरमाण अधूरा बाटे, भाजपा अउर प्रधानमंत्री काहे हड़बड़ी में बाड़ें। मंदिर के निर्माणाधीन समय उद्घाटन आ ओकर राजनीतिकरण कइल जाला; कॉग्रेस नेता अलका लांबा कहले हइनि कि ई येह नाते स्पष्ट बाटे कि चुनाव नजदीक बाटे। बुधवार के उत्तराखण्ड के ज्योतिर मठ प्रमुख शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती सास्त्रन के अनुस्ठान के खिलाफ अधूरा मंदिर के उदघाटन के बतवले रहलें।
ना गइला के का कारण बा? कवनो घृणा भा घृणा के नाते ना बलुक एह से कि शास्त्र-विधि (शास्त्रन के अनुष्ठान) के पालन कइल आ ओकर पालन सुनिस्चित कइल शंकराचार्यन के कर्तव्य बा। आ इहाँ शास्त्र-विधि के उपेक्षा कइल जा रहल बा। सबसे बड़हन समेस्या ई हवे कि मंदिर अबहिनों अधूरा रहले पर प्राण प्रतिस्ठा कइल जा रहल हवे| उहां के वीडियो बेयान में कहली कि चारि शंकराचार्यन में से कउनों मनई समारोह में सामिल नाही होई। भारतीय जनता पारटी अजोध्या में राम मंदिर के अभिषेक समारोह में सामिल भइले से मना कइले पर इण्डिया गठबंधन के बिपक्षी नेता लोगिन पर हमला करत रहलि हौ। बिपक्षी नेता लोगिन के संताना बिरोधी बतावत भाजपा राम मंदिर कार्यक्रम के नेवता के कथित रूप से अस्वीकार करे वाले इण्डिया गठबंधन के नेता लोगिन क ब्लैक एण्ड व्हाइट पोस्टर एक्स पर सोसल मीडिया पोस्ट में साझा कइले हौ। उहां के कहलीं कि ओह चेहरन के पहिचान लीं जवन राम मंदिर के आमंत्रण से मना कइ रहल हवें...। सनातन बिरोधी इंदी एलायंस" पोस्ट के कैप्शन में पढ़ल गइल हौ।