डॉ अरुणेश नीरन
भोजपुरी वैभव, पुरइन पात, शिव प्रसाद सिंह, हमार गाँव, अक्षर पुरुष, प्रतिनिधि भोजपुरी कहानियाँ फिल्म : या तरुवर में एक पखेरू (कबीर पर आधारित दो घंटे की फिल्म), वागर्थ का वैभव (पं. विद्यानिवास के जीवन और रचनाक्रम पर आधारित) संपादन : अज्ञेय शती स्मरण, सेतु और नांदी, अज्ञेय शती स्मरण, भोजपुरी के अमर लोकगीत (चार खंड : जीवन चक्र, ऋतुचक्र, श्रम चक्र, भक्ति चक्र श्रृंखला के लेखक, निदेशक, प्रस्तुतकर्ता)
पुरइन-पात
भोजपुरी के प्रमुख साहित्यकार डॉ. अरुणेश नीरन अपना सम्मोहक रचना से साहित्यिक परिदृश्य पर अमिट छाप छोड़ले बाड़न. अपना अंतर्दृष्टि वाला कहानी खातिर विख्यात ऊ अइसन कथन बुनत बाड़न जवन भोजपुरी भाषी क्षेत्रन के समृद्ध सांस्कृतिक टेपेस्ट्री से गुंजायमान बा.
पुरइन-पात
भोजपुरी के प्रमुख साहित्यकार डॉ. अरुणेश नीरन अपना सम्मोहक रचना से साहित्यिक परिदृश्य पर अमिट छाप छोड़ले बाड़न. अपना अंतर्दृष्टि वाला कहानी खातिर विख्यात ऊ अइसन कथन बुनत बाड़न जवन भोजपुरी भाषी क्षेत्रन के समृद्ध सांस्कृतिक टेपेस्ट्री से गुंजायमान बा.
हमार गाँव
भोजपुरी के नयकी पीढ़ी के रतन 'मयंक' आ 'मयूर' के जे अमेरिको में भोजपुरी के मशाल जरवले आ अपने गाँव के बचवले बा
हमार गाँव
भोजपुरी के नयकी पीढ़ी के रतन 'मयंक' आ 'मयूर' के जे अमेरिको में भोजपुरी के मशाल जरवले आ अपने गाँव के बचवले बा