विश्व आर्थिक मंच के वार्षिक बैठक 2024 सोमार का दिने शुरू होखे वाला बा. पांच दिन के एह आयोजन खातिर दुनिया भर के 2800 से अधिका नेता स्विट्जरलैंड के दावोस में जुट जइहें जवना में विश्व समाज से जुड़ल तरह तरह के राजनीतिक, व्यापारिक, सांस्कृतिक आ अउरी मुद्दा पर चरचा होखी. एह प्रतिष्ठित आयोजन में 60 से अधिका राष्ट्रपति आ सरकार मौजूद रहीहें. भारत के प्रतिनिधित्व तीन गो केंद्रीय मंत्री, तीन गो मुख्यमंत्री का साथे ओह लोग के मंत्रालयी साथी आ सौ से अधिका सीईओ करे वाला बाड़े.
विश्व आयोजन के 54वां संस्करण में जलवायु परिवर्तन से जुड़ल मुद्दा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से होखे वाला खतरा, आर्थिक मुद्दा अवुरी पूरा दुनिया में होखेवाला अवुरी समस्या प चर्चा होई। यूक्रेन युद्ध, इजरायल-हमास युद्ध जइसन जारी संघर्ष भी एजेंडा के हिस्सा होई |
ली कियांग (चीन के जनगणराज्य के प्रधानमंत्री), इमैनुएल मैक्रों (फ्रांस के राष्ट्रपति), एंटोनियो गुटेरेस (संयुक्त राष्ट्र महासचिव), क्रिस्टालिना जॉर्जिएवा (अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के प्रबंध निदेशक), अजय एस बांगा ( राष्ट्रपति, विश्व बैंक समूह), न्गोजी ओकोन्जो-इवेला (विश्व व्यापार संगठन के महानिदेशक) एह बइठक में शामिल होखे वाला नामी हस्तियन में शामिल बाड़े. भारतीय प्रतिनिधिमंडल में गौतम अदानी, संजीव बजाज, कुमार मंगलम बिड़ला, एन चंद्रसेकरन, नादिर गोदरेज, सज्जन जिंदल, रोशनी नादार मल्होत्रा, नंदन निलेकानी, ऋषद प्रेमजी आ सुमंत सिन्हा समेत सीईओ, उद्योगपति आ वीवीआईपी शामिल होखीहें.
दावोस 2024 में प्रमुख फोकस क्षेत्र:
बढ़त भू-राजनीतिक तनाव के बीच सुरक्षा आ सहयोग हासिल कइल: मध्य पूर्व के स्थिति समेत सुरक्षा संकट सभ के समाधान कइल, जबकि सभ हितधारक लोग के आपसी लाभ सुनिश्चित करे खातिर सहयोग खातिर क्षेत्र सभ के पहिचान कइल।
नया युग खातिर विकास आ रोजगार पैदा कइल: एक दशक के कम विकास के रोके आ व्यक्तिगत भलाई के प्राथमिकता देवे खातिर एगो नया आर्थिक रूपरेखा पर सहयोग कइल, कम से कम सौदाबाजी आ अधिकतम तालमेल।
अर्थब्यवस्था आ समाज खातिर एगो प्रेरक शक्ति के रूप में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस: सभका फायदा खातिर एआई के इस्तेमाल करे के तरीका खोजल आ 5/6जी, क्वांटम कंप्यूटिंग, आ बायोटेक्नोलॉजी नियर परिवर्तनकारी टेक्नोलॉजी सभ के साथ एकर बातचीत के खोज कइल।