भारतीय राजनीति के विविध टेपेस्ट्री में एगो हस्ती एगो अनुभवी नेता के रूप में उभर के सामने आवेला, जवन बिहार के भाग्य के आकार देवे में अहम भूमिका निभवले बाड़े- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार। एगो राजनीतिक दिग्गज के रूप में बिहार के राजनीतिक परिदृश्य में नीतीश कुमार के सफर में विकास, शासन, अवुरी राज्य के आबादी के उत्थान के प्रति उनुकर प्रतिबद्धता देखाई देता।
शुरुआती जीवन आ राजनीतिक शुरुआत:
1 मार्च 1951 के बिहार के बख्तियारपुर में जनमल नीतीश कुमार समाजवादी आंदोलन से शुरुआती जुड़ाव के संगे राजनीतिक मैदान में उतरले। राजनीति में उनकर दखल 1970 के दशक में जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में ‘कुल क्रांति’ के उथल-पुथल वाला दिन में शुरू भइल। नीतीश कुमार के सामाजिक न्याय अवुरी समान विकास के मुद्दा प समर्पण उनुका राजनीतिक विचारधारा के आकार दिहलस।
राजनीतिक कैरियर आ मुख्यमंत्री के रूप में स्टिंट:
नीतीश कुमार के राजनीतिक कैरियर के गति बढ़ल काहे कि ऊ जनता दल आ बाद में जनता दल (संयुक्त) से जुड़ गइलन. ऊ 1990 के दशक के अंत में केंद्रीय मंत्री के रूप में भी कई तरह के पद पर काम कइलें। हालांकि 2005 में ही उ उ भूमिका सम्हरले जवन उनुका राजनीतिक विरासत के परिभाषित करी- बिहार के मुख्यमंत्री।
अपना प्रशासनिक कुशाग्रता खातिर जानल जाए वाला नीतीश कुमार गरीबी, कम साक्षरता दर, आ अपर्याप्त बुनियादी ढांचा जइसन मुद्दा से जूझत राज्य के जिम्मा सम्हरले. मुख्यमंत्री के रूप में उनुकर पहिला कार्यकाल में शासन सुधार प खास ध्यान दिहल गईल, जवना के मकसद शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, अवुरी ग्रामीण विकास जईसन क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव ले आवे के रहे।
नीतीश कुमार के राजनीतिक रणनीति के एगो प्रमुख तत्व सामाजिक न्याय के बढ़ावा दिहल रहल बा। समावेशी विकास पर उनकर जोर के चलते हाशिया पर पड़ल समुदायन के सशक्त बनावल आ ओह लोग के सामाजिक आर्थिक स्थिति में सुधार के मकसद से बिबिध योजना सभ के लागू कइल गइल। एह प्रतिबद्धता के चलते बिहार में उनुकर राजनीतिक आधार के मजबूती मिलल।
विकास के "बिहार मॉडल" :
नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार विकास के "बिहार मॉडल" के नाम से जानल जाए वाला के साक्षी बनल। ई मॉडल बुनियादी ढांचा में सुधार, शिक्षा के बढ़ावा देवे, आ कृषि उत्पादकता बढ़ावे पर केंद्रित रहे। राज्य में प्रमुख संकेतकन में बदलाव आइल, सड़क संपर्क, विद्युतीकरण, आ स्कूल में नामांकन दर जइसन क्षेत्रन में उल्लेखनीय सुधार भइल।
हालांकि सफर अपना चुनौती से रहित ना रहे। नीतीश कुमार के कानून व्यवस्था अवुरी समय-समय प बाढ़ जईसन मुद्दा प आलोचना के सामना करे के पड़ल, जवन कि ऐतिहासिक तौर प राज्य के परेशान करत आईल बा। एकरा बावजूद उनुकर लचीलापन अवुरी विकास के प्रति प्रतिबद्धता बिहार के प्रक्षेपवक्र के आकार देत रहल।
राजनीतिक गठबंधन आ इस्तीफा :
भारतीय राजनीति के क्षेत्र में गठबंधन के अहम भूमिका होला आ नीतीश कुमार एह गतिशीलता के नेविगेट करे में माहिर रहल बाड़न. ऊ अलग-अलग बिंदु पर बिबिध राजनीतिक दल सभ के साथ गठबंधन कइलें, हर दल के मकसद राजनीतिक परिदृश्य के बिकसित जरूरत सभ के पूरा कइल रहल। उल्लेखनीय बा कि 2017 में नीतीश कुमार अपना गठबंधन के साझीदारन से मतभेद का बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिहले बाकिर नया गठबंधन कइला का कुछ देर बाद लवट अइले.
अंतिम बात:
बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार राज्य के राजनीतिक अवुरी विकास के परिदृश्य प अमिट छाप छोड़ले बाड़े। शासन, सामाजिक न्याय, आ समावेशी बिकास पर फोकस के बिसेसता इनके नेतृत्व शैली के कारण इनके प्रशंसा आ आलोचना दुनों मिलल बा। जइसे-जइसे बिहार के प्रगति के सफर जारी बा, नीतीश कुमार एगो केंद्रीय हस्ती बनल बाड़े, जवन राज्य के चुनौती अवुरी जीत के माध्यम से संचालित करतारे, बिहार के राजनीतिक नेतृत्व के लचीलापन अवुरी दृढ़ संकल्प के मूर्त रूप देले बाड़े।