बसंत के आगाज धरती झूमे सुन्दर उपवन। 1।
मधुप मंडरात मधु के खोज बगियन के फूल। 21
पुरवाई बहत आम के डाढ़ि मोजर के सुगंध। 3।
बसंत आ गइल सरसों खेत बधार खूब झूमें। 4।
मदमस्त पवन पागल मन बिरहिन सतावे । 5।
सजन परदेश ना मन भावे बसंत के आइल।6।
धरती पर स्वर्ग आइल आज मनभावन बसंत।
7।निधिवन बनल खेत बधार हरित उपवन। 8।
मन मोर नाचल देख बसंत बउराइल मन ।9।