"हम कबीर के बानी" (Ham Kabir Ke Baani) एक उत्कृष्ट भोजपुरी गीत संग्रह है जिसके संगीतकार और गीतकार विजेन्द्र अनिल को अपना कार्य के माध्यम से समर्पित किया गया है। इस संग्रह के माध्यम से, विजेन्द्र अनिल ने भोजपुरी साहित्य और संगीत के क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण योगदान को प्रस्तुत किया है। विजेन्द्र अनिल का रचनाकाल 1960 से 2003 तक चौवालीस वर्ष का है, जिसमें उन्होंने भोजपुरी गीतों का अद्भुत संसार बनाया। इसका उदाहरण है कि उन्होंने इन चौवालीस वर्षों में केवल भोजपुरी गीतों का संगीत नहीं लिखा, बल्कि इसके माध्यम से अपने श्रोता समृद्धि और आत्मविश्वास में वृद्धि करने का प्रयास किया। विजेन्द्र अनिल ने अपनी कला के माध्यम से विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर भी चर्चा की और लोगों को उन मुद्दों पर विचार करने के लिए प्रेरित किया।
0 अनुयायी लोग
2 किताब