पता: ग्राम-इंग्लिशपुर, पोस्ट-महुआर, जिला-भोजपुर ( बिहार )
कोखिए में मार देलू माई
कइनी कवने हम कसुरवा कि कोखिए में मार देलू माई मार देलू माई कइनी कवने हम कसुरवा कि कोखिए में मार देलू माई दुनिया ना देखनी, कुठु ना समझनी, काहे खाई लेलू दवाई ए माई काहे कोखिए में मार देलू माई...
बेटा होखला पर बाजेला बधाई, घरे-घरे बँटाला मिठाई । बेटिया होखते घर में छा जाला उदासी, काहे भेद करेलू तू माई बबुआ होखले आँखि के पुतरिया, बेटी काहे होखली पराई ए माई, बेटी काहे होखेली पराई ए माई काहे कोखिए में मार देलू माई....
ना होई बेटीया तs बेटवा के केकरा संगे होई सगाई बहिन ना होई तऽ राखी में सूनऽ पड़ जाई भाई के कलाई।। ए माई...
नवरात्रि के दिनवा खोजेलू तू बेटी के पूजे खातिर ओकर चरणनिया । आवे वाली दुनिया में बेटी नाही रही जब कइसे के घरे बर परछाई ए माई...
समाज के बचावे खातीर भ्रूण हत्या होखे बंद तबे बचिहे समाज के ललाई बेटी आज बेटवा से हर ओरि आगे बाड़ी, बेटी जन्म सुखदाई ए माई.....