जागि गइल देस के किसनवाँ, बिहनवाँ में देर नइखे भइया, रखिया के ढेर से उड़ल चिनगारी सागर के पेटवा में दहकल अंगारी
धघकल गाँव के सिवनवाँ, बिहनवाँ में देर नइखे भइया, बूढ़-दूढ़ फेंड़वन में लाल-लाल दूसवा, सहमल अमेरिका, सहमि गइल रूसवा, लाल हो रहल असमनवाँ, विहनवाँ में देर नइखे भइया, ललकी किरिनियाँ से दरकल अन्हरिया, गंउआ के ओर ताके दिलिया सहरिया, चिहकल रानी के कंगनवा, बिहनवाँ में देर नइखे भइया, बूटवा बरदिया के गुजरल जबनवाँ हँसुआ के धार भइली गाँव के जननवाँ, जुलुमिन के नाक में परनवाँ, बिहनवाँ में देर नइखे भइया, ललका निसनवाँ से कांपे रजधनिया ठाकुर बेहाल, केहू करी ना गुलमिया, हथवा में तीरवा-कमनवाँ, बिहनवाँ में देर नइखे भइया, कोटवा कनूनिया के मरलस लकवा, सुरूज के जोति भइल संउसे इलकवा, भेड़ियन के मानि में मतमवा, विहनवाँ में देर नइखे भइया जागि गइल देस के किसनवाँ, विहनवाँ में देर नइखे भइया।