भइया किसनवा हो, सूतल रहव कवले चद्दर तान? भइया किसनवा हो...
गद्दी प बइठल बा देखऽ कसइया चाभत बा हँसि-हँसिके खोआ मलइया; तोहरा के दुलम पिसान भइया किसनवा हो...
छंवड़ा के भोरे बधारी पेठवलऽ छंउड़ी से रात-दिन गोवर पथवलऽ मउगी अगोरे ले धान भइया किसनवा हो...
जिनगी भ खटलऽ कइलऽ कमइया खेवत रहलऽ देसवा के नइया तबो बा नाक में परान भइया किसनवा हो...
अंगड़ाई लिहलस पुरनका वगइचा, लवटावल जाई जुलुमियन के पंइचा, राति गइल, होई विहान भइया किसनवा हो...
तोहरे ह गंआ, तोहरे बधरिया तोहरे कमीनी प विहंसे सहरिया, फहरावऽ ललका निसान भइया किसनवा हो...