हे हनुमान गदा तनी सा घुमाईं । वायरस के मार-मार कोरोना भगाई ।।
दुनिया के संगे भइल भारतो बेहाल, बंदी से भइल बाटे अति बुरा हाल । देखीं ना अमेरिका का आवताटे झाँई ।। हे हनुमान गदा...।।
इटली आ चीनो के बिगरल बा दसा, कॉपे पाकिस्तान रोवताटे देखीं रसा । देले बाटे कोरोना ई सबके रोलाई ।। है हनुमान गदा...।।
सुरसा का मुँह लेखा बढ़ता ई भारत में, देर मत करी रउरा एकरा के मारत में। एकरा के फेंक दिही टँगड़ी नचाई ।। हे हनुमान गदा...।।
करीले निहोरा रउरा शरण में आइके, देश के बचाई जइसे बचवनी सीता माई के। 'भूषण' पर रहीं रउरा हरदम सहाई ।। है हनुमान गदा...।।