मन भजन करऽ ना भगवान के, तबे रक्षा होई तोहरा प्राण के ना।
दुइएगो बात बाटे बड़ एक तऽ भजन दूजे जीव दमदार, उपकार । एही में छिपल बाटे बात कल्याण के ।। मन भजन...।।
एकोगो के गह लऽ तऽ बात बन जाई, धीरे-धीरे सब गुन तोहरा में आई । एक दिन हुवे लगब तू तऽ आसमान के ।। मन भजन...।।
बात नइखे दुनिया में कवनो अनहोनी, हो जा शरणागत सुधारऽ नर जोनी । गुरु के चरण गहऽ छोड़ अभिमान के ।। मन भजन...।।
'भूषण' भगवान से तू जोड़ऽ कवनो नाता, एक-एक छन तोहार अनमोल जाता । सुनऽ संत वचन तू खोलऽ अपना कान के ।। मन भजन...।।